मार्गशीर्ष मास का धार्मिक के साथ वास्तु की दृष्टि से भी बहुत महत्व है। इस माह को बहुत शुभ माना जाता है। इस माह भगवान श्री हरि विष्णु की आराधना करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ जाता है। इस माह घर या प्रतिष्ठान में प्रतिदिन कर्पूर जलाएं। घर की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। इस माह घर में शंख अवश्य बजाना चाहिए। इस माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी को भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र में अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। इस दिन गीता जयंती भी मनाई जाती है। इसलिए इस माह श्रीमद्भागवत गीता का पाठ या श्रवण अवश्य करना चाहिए।
इस माह प्रतिदिन घर के मुख्य द्वार के बाहर सुंदर रंगोली बनानी चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। इस माह घर में पवित्रता बनाए रखने के लिए गंगाजल छिड़कें। इस माह शंख में जल लेकर घर में छिड़कने से शांति आती है। मनमुटाव दूर हो जाते हैं। इस मास में शंख की पूजा अवश्य करनी चाहिए। इस माह भगवान सत्यनारायण की कथा का पाठ करें। मार्गशीर्ष मास में प्रतिदिन संध्या के समय भजन कीर्तन विशेष फलदायी होता है। मार्गशीर्ष मास में पूजा के दौरान भगवान श्री हरि विष्णु को तुलसी पत्र अर्पित करें। इस माह अन्न का दान सर्वश्रेष्ठ पुण्य माना गया है। इस माह जीरे का सेवन नहीं करना चाहिए। इस माह देर तक शयन न करें। दिन में शयन न करें।
इस आलेख में दी गई जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।
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